
गोरखपुर में कोरोना की संभावित वापसी की आहट ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में ला दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. राजेश झा ने खुद मोर्चा संभालते हुए रविवार को बरही सीएचसी और राजी जगदीशपुर APHC का दौरा किया। वहीं हरनही अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को भी दोबारा शुरू करवा दिया गया है।
आतंकी बोले – ‘भारत से बदला लिया, बांग्लादेश में हसीना को दिया अलविदा
बरही CHC में “एक्स-रे टेबल” बनी VIP
बरही सीएचसी में वर्षों से एक्स-रे की सुविधा अधूरी थी, कारण – एक टेबल की कमी! लेकिन अब नहीं। सीएमओ ने दो टूक कहा – “दो दिन में टेबल आनी चाहिए और एक्सरे चालू!”
अब यहां पर पैर, पेट और बाकी जरूरी एक्सरे की सुविधा बहाल हो रही है। साथ ही उन्होंने कोविड हॉस्पिटल भवन का भी निरीक्षण किया और “गैप्स भरने” का आदेश दिया ताकि सुविधाएं सिर्फ कागजों में नहीं, जमीन पर दिखें।
राजी जगदीशपुर में मेला, लेकिन सिर्फ स्वास्थ्य का!
राजी जगदीशपुर में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला आयोजित था। सीएमओ वहां पहुंचे और मरीज़ों से खुद बात की। दवाएं वितरित हो रही थीं, डॉक्टर मौजूद थे और व्यवस्था चुस्त। सीएमओ ने कहा – “कोई बाधा हो तो छुपाओ मत, सीधे बोलो!”
इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों को फंड से जरूरी उपकरण तुरंत खरीदने की सलाह भी दी – नियमों के तहत।
हरनही ऑक्सीजन प्लांट को मिली नई सांस
शनिवार को तकनीकी खराबी से बंद पड़े हरनही ऑक्सीजन प्लांट को डिप्टी CMO डॉ. राजेश ने एक्टिव कराया। बिजली की समस्या दूर होते ही प्लांट शुरू करवा दिया गया। स्वास्थ्य व्यवस्था में ऑक्सीजन को लेकर ये सजगता बताती है कि विभाग ने पिछली लहरों से कुछ सबक जरूर सीखे हैं।
इस बार तैयारी में कोई कोताही नहीं!
गोरखपुर में स्वास्थ्य विभाग ने दिखा दिया है कि कोरोना की आहट मात्र से ही एक्शन मोड में आ जाना ही असली तैयारी है।
इस बार सिर्फ घोषणाएं नहीं, बल्कि जमीनी कार्रवाई भी हो रही है – और यही बदलाव की असली तस्वीर है।
जानिए शर्मीष्ठा की ‘इंस्टा-क्रांति’ को झटका – कोर्ट पहुंची ‘फ्री स्पीच’ की रानी